सफाई कर्मचारियों ने किया सचिवालय कूच, दी सामूहिक गिरफ्तारी
निकायों में ठेका प्रथा, संविदा, समितियों की व्यवस्था समाप्त करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेशभर के सफाई कर्मचारियों ने नगर निगम से सचिवालय तक पैदल मार्च कर जमकर प्रदर्शन किया और सामूहिक गिरफ्तारियां दीं। सफाई कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि अगर 21 तक मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो प्रदेशभर में सफाई व्यवस्था ठप कर दी जाएगी और तहसील में प्रदर्शन कर परिवार सहित सामूहिक गिरफ्तारी दी जाएगी।
अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के बैनर तले प्रदेशभर के सफाई कर्मचारी नगर निगम में एकत्रित हुए। वहां से प्रभारी उत्तराखंड विशाल बिरला व प्रदेश अध्यक्ष चौधरी सुनील राजौर के नेतृत्व में सफाई कर्मचारियों ने सचिवालय तक पैदल मार्च किया। वहां पहले से ही मौजूद पुलिस फोर्स ने बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। इस दौरान सफाई कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों में हल्की नोकझोंक भी हुई। बाद में सफाई कर्मचारियों ने वहीं सभा की और सरकार के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे मुख्यमंत्री के चीफ कोऑर्डिनेटर इंद्र सिंह कुडियाल को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने के बाद उन्होंने सामूहिक गिरफ्तारी दी।
सभा में वक्ताओं ने कहा कि प्रदेशभर में सफाई कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। निकायों में स्थायी नियुक्ति की व्यवस्था खत्म कर ठेका प्रथा, संविदा व समितियों के माध्यम से सफाई कर्मचारियों को रखा जा रहा है। वेतन इतना कम दिया जा रहा है कि कर्मचारी अपना जीवन यापन तक नहीं कर पा रहे हैं। कहा कि ठेका प्रथा समाप्त करने, सरकार की ओर से गठित डॉ. ललित मोहन रयाल कमेटी की शिकायतों को लागू करने व पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सफाई कर्मचारी लगातार आंदोलन और धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन कोई भी सफाई कर्मचारियों की सुध नहीं ले रहा है। वक्ताओं ने चेतावनी दी कि 22 तारीख को जब अयोध्या में श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा होगी तो वाल्मीकि बस्तियों में पुतले दहन किए जाएंगे। वक्ताओं में राष्ट्रीय महामंत्री विशाल बिरला, एससीएसटी इंप्लाइज फेडरेशन के अध्यक्ष करम राम, महामंत्री सीएल भारती, रविंद्र तलवार सुनील राजौर, मनोज सिरस्वाल, अनुपमा टॉन्क, बीना आदि मौजूद रहे।
प्रदर्शन में देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के संगठन मंत्री अमित वाल्मीकि, दीपक पंवार, गौरव राजोरिया, अरविंद घांवरी, पंकज चौटाला, श्याम, राजेश पार्चा, मनोज सिरस्वाल, सुधीर टांक, किरनपाल बिरला, गुलशन प्रधान विनेश, रवि चौटाला, संजय आदि थे।