गैर सेन हुआ गैर
आपको बताते चलें कि उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण बनाई गई है और प्रत्येक ग्रीष्मकल में गैरसैंण में ही सत्र करने का आह्वान सरकार की तरफ से किया गया है लेकिन इस बार गैरसैंण में बजट सत्र नहीं कराया जा रहा है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की माने तो उनका कहना है की लगभग 30 से 40 विधायकों ने एक पत्र विधानसभा अध्यक्ष को सौपा है जिसमें उन्होंने बजट सत्र गैस सेंन में ना कर देहरादून में करने की मांग की है जिसका संज्ञान लेते हुए हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में फैसला लिया गया है कि इस बार का जो बजट सत्र होगा वह देहरादून में किया जाएगा जिस पर अब राजनीति शुरू हो चुकी है क्योंकि विपक्ष के नेता लगातार अब इस पर सवाल खड़े कर रहे हैं
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा का कहना है की सरकार के विधायक हो या फिर विपक्ष के विधायक को जिन्होंने पत्र लिखकर मांग की है कि बजट सत्र गैर सेन में न कर राजधानी देहरादून में कराया जाए इसकी वह निंदा करते हैं उनका कहना है कि गैर सेन में यदि सत्र नहीं कर सकते तो गैर सेन को राजधानी क्यों बनाया है इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ कांग्रेस के विधायकों ने भी पत्र पर साइन किए हैं जिसकी वह निंदा करते हैं और संगठन के माध्यम से उनसे भी पूछा जाएगा कि आखिर वह गैरसेन क्यों नहीं जाना चाहते