कठिन परिस्थितियों में यात्रा को सुरक्षित एवं सुगम बना रहे हैं रेस्क्यू योद्धा
श्री केदारनाथ यात्रा को 35 दिन पूरे हो चुके हैं। यह पहली दफा है जब यात्रा शुरू होने के पांच हफ्तों में ही करीब साढ़े आठ लाख श्रद्धालु बाबा केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं जो कि एक नया कीर्तिमान है। भारी संख्या में देश-विदेश से केदारनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा सुखद एवं सुगम हो इसके लिए जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के निर्देशन में जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है।
झूठ लगता है हर घर नल का नारा ,सिर पर पानी लाने को पहाड़ की महिलाये मजबूर
करीब 20 किलोमीटर के कठिन पैदल मार्ग में कई बार यात्री बीमार एवं चोटिल हो जाते हैं। ऐसे यात्रियों को तत्परता के साथ रेस्क्यू कर उपचार उपलब्ध करवाने के लिए जिला प्रशासन ने जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एवं सुरक्षा बलों की सहायता से रेस्क्यू सिस्टम तैयार किया है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि रेस्क्यू सिस्टम कारगर तरीके से कार्य कर सके इसके लिए पैदल यात्रा मार्ग को सात पड़ाव में विभाजित किया गया है। हर पड़ाव पर डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, यात्रा मैनेजमेंट फोर्स, एनडीआरएफ सहित प्रशासन के अन्य कार्मिक तैनात हैं। किसी भी यात्री के चोटिल या बीमार होने की सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम उन्हें उपचार हेतु स्वास्थ्य केंद्र पर रेस्क्यू के लिए लेकर जाते हैं। केस की संवेदनशीलता एवं गंभीरता को देखते हुए कई दफा यात्रियों को उपचार हेतु हायर सेंटर तक भी रेस्क्यू किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि केदारनाथ धाम की यात्रा के दौरान अब तक 356 लोगों को मैनुअल रेस्क्यू किया जा चुका है। वहीं 43 लोगों को हेली सेवा के माध्यम से एवं 67 लोगों को एंबुलेंस के माध्यम से रेस्क्यू कर उपचार हेतु हायर सेंटर भेजा गया है। इसके साथ ही आगामी मानसून अवधि के दृष्टिगत सुरक्षा की दृष्टि से चिन्हित संवेदनशील 80 स्थानों से अतिक्रमण भी हटाया गया है तथा यह अभियान लगातार जारी रहेगा।