टिहरी बांध परियोजना के पंप स्टोरेज प्लांट में इसी महीने से होगा बिजली का उत्पादन शरू,टिहरी बांध परियोजना के नाम एक ओर उपलब्धि
*टिहरी बांध परियोजना के पंप स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) से इसी महीने बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा। टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारपोरेशन (टीएचडीसी) ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। 250 मेगावाट की एक यूनिट से 15 सितंबर के बाद से बिजली उत्पादन शुरू करने की योजना है। इसकी प्लांट की क्षमता एक हजार मेगावाट है। *वर्तमान में टिहरी बांध परियोजना में 1 हजार और कोटेश्वर बांध में 400 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। पीएसपी के बन जाने से टिहरी बांध अपनी पूर्ण स्वरूप में आ जाएगा। इसकी कुल विद्युत उत्पादन क्षमता 2400 मेगावाट हो जाएगी*।
पीएसपी के अंतिम चरण के काम के लिए टीएचडीसी ने दो जून को
एक महीने के लिए क्लोजर लिया था। इस कारण पूरे महीने टिहरी बांघ से बिजली उत्पादन बंद था। दो जुलाई को क्लोजर हटाया जाना था लेकिन कुछ काम शेष होने के कारण इसे पांच जुलाई तक बढ़ा दिया गया था। इस दौरान पीएसपी का सिविल वर्क किया गया था। क्लोजर हटने के बाद पीएसपी में ट्रायल शुरू हो गया था। अब टीएचडीसी की मंशा है कि इसी महीने से यहां भी बिजली का उत्पादन शुरू कर दिया जाए। इसके लिए व्यापक रूप से तैयारी चल रही हैं।
पीएसपी की 250 मेगावाट क्षमता की 4 टरबाइनें संचालित की जानी हैं। टीएचडीसी के मुताबिक पूरी कोशिश की जा रही है कि 250 मेगावाट की एक यूनिट से 15 सितंबर के बाद से बिजली उत्पादन शुरू कर दिया जाए। इसके बाद धीरे-धीरे अन्य 3 यूनिट से भी
बिजली उत्पादन शुरू किया जाएगा जिसका अब तक का ट्रायल सफल रहा है पीएसपी के बन जाने से टिहरी बांध से 2400 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा तो टीएचडीसी नार्दन ग्रिड को ज्यादा बिजली आपूर्ति कर सकेगा
*टिहरी बांध देश के नौ राज्यों को बिजली दे रहा है। साथ ही दिल्ली और यूपी में पेयजल और सिंचाई के लिए पानी भी उपलब्ध हो रहा है। टिहरी बांध से 2,70,000 हेक्टेयर क्षेत्र की सिंचाई और प्रतिदिन 102.20 करोड़ लीटर पेयजल दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को उपलब्ध होता है*।