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घर में कैद होने को मजबूर परिवार एफआईआर दर्ज होने के बाद भी पुलिस नही ले रही संज्ञान

राजधानी देहरादून के नेहरू कॉलोनी में रहने वाला आनंद तोमर अपने एक तीन साल की बच्ची व अपनी पत्नी के साथ घर में कैद रहने के लिए मजबूर है।तीन एफआईआर दर्ज होने के बावजूद भी पुलिस कोई संज्ञान नहीं ले रही है आखिर क्या है पूरा मामला आइए आपको बताते हैं
जी हां आपको बताते चलें कि राजधानी देहरादून के नेहरू कॉलोनी में एक परिवार जिनके साथ एक बच्चा और बीवी रहते हैं लेकिन सामने ही रहने वाले कुछ अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों ने आनंद तोमर का घर से निकलना मुश्किल कर दिया है उनका ही नहीं बल्कि उनके परिवार का भी घर से निकलना मुश्किल कर दिया है। आनंद तोमर ने बताया कि उनके घर के सामने एक त्यागी ठेकेदार रहते हैं जो की हिमाचल कोर्ट से फरार है और जिनके फेरारी के संबंध हिमाचल पुलिस हमारे घर पर चश्पा कर गई थी इससे नाराज होकर त्यागी ने तोमर के साथ मारपीट व गाली गलौज की इतना ही नहीं जब आनंद तोमर घर से अपने काम पर चले गए तो उनकी बीवी और 3 साल के बच्ची के साथ मारपीट की गई जिसमें उनकी बीवी की नाक की हड्डी टूट गई जिस्की तहरीर उन्होंने पुलिस को दी लेकिन अपराधी इतने पर ही नहीं रुके बल्कि उनकी बीवी और बच्ची को स्कूल के बाहर भी 8-10 लोगों ने महिलाओं के साथ घेर लिया और मारपीट करने लगे जिनकी तहरीर उन्होंने लख्खीबाग चौकी पर दी और उसे उसमें भी fir दर्ज की गई लेकिन आज तक भी उन लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि त्यागी लगातार मुकदमा वापस लेने के लिए उन पर दबाव बना रहा है और जब भी वह घर से निकलते हैं उनका पीछा करते हुए कई लोग स्कूल तक पहुंचते हैं और उनके बच्चों के साथ मारपीट की जाती है वहीं उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत वह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से लेकर डीजीपी व एसएसपी तक कर चुके हैं लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई उन लोगों पर नहीं की गई है आखिर यह परिवार अपने आप को घर में कैद करने के लिए मजबूर है और इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से गुहार की है की उनकी जान की रक्षा की जाए और ऐसे अपराधिक लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ।