उत्तराखंड में सरकार के लिए मुसीबत बन रही विपक्षी पार्टी कांग्रेस इन दिनों अपने ही नेताओं के वायरल हो रहे पत्रों से परेशान
उत्तराखंड कांग्रेस में इन दिनों खलबली मची हुई है … और कारण है प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा का एक पत्र वायरल होना… जिस पत्र में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। वायरल हो रहा पत्र 6 अप्रैल 2023 का है जो प्रदेश अध्यक्ष की तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के को भेजा गया है। इस पत्र की प्रतिलिपि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल और तत्कालीन प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव को भी भेजी गई थी । लगभग 2 साल बाद यह पत्र वायरल हुआ है … इसके बाद कांग्रेस में हड़कंप मचा हुआ है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हो या पार्टी का दूसरा नेता वह अब इस विषय पर अपना पल्ला झाड़ते हुए नजर आ रहे हैं .. और दोषारोपण भाजपा के ऊपर कर रहे हैं । पत्र में साफ तौर पर लिखा गया है कि पार्टी नेताओं के खिलाफ तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के द्वारा बयान बाजी की गई थी … जो पार्टी हित में नहीं है… इसलिए अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। अब इस पत्र को लेकर पार्टी के भीतर कुछ नेताओं को भी नोटिस जारी हुआ है .. जिसमें उनसे जवाब मांगा गया है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा में सफाई देते हुए कहा कि यह पत्र उनका नहीं है .. बल्कि उन्होंने जिस और इशारा किया है वह भाजपा के लिए चिंता का विषय है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उनके पार्टी के नेता राहुल गांधी मैं जिन भाजपा के स्लीपर सेल की बात की थी उसी के द्वारा यह बखेड़ा खड़ा किया गया है।
तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष रहे पार्टी के वरिष्ठ विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि यह पत्र 2023 का है जिसमें कुछ बातों का जिक्र किया गया है। वरिष्ट विधायक प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में लोकतंत्र है कोई भी अपनी बात कह सकता है.. लेकिन जो बात पत्र में कही गई है वह पत्र के माध्यम से भेजने की आवश्यकता नहीं थी .. क्योंकि उनके द्वारा जो बात उस समय कही गई थी वह सभी समाचार पत्रों में छपी थी।
कांग्रेस के नेता भले ही आपस में आरोप प्रत्यारोप कर रहे हो या वायरल पत्र पर अपनी सफाई दे रहे हो .. लेकिन इस पूरे घटनाक्रम ने भाजपा को एक बार फिर कांग्रेस पर कटाक्ष करने का मौका दे दिया है.. जिसमें भाजपा हर बार कहती है कि कांग्रेस में गुटबाजी है और कांग्रेस के नेता आपस में ही लड़ते रहते हैं।