6 किलो 182 ग्राम चरस के साथ 2 अंतर्राजीय गैंग तस्करों को दबोचा,
. ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन-2025 को सफल बनाने हेतु उत्तरकाशी के पुलिस कप्तान अर्पण यदुवंशी लगातार सक्रिय हैं, नशे के सौदागरों के विरुद्ध कार्यवाही करने एवं आमजन को नशे के प्रति जागरुक करने हेतु उनके द्वारा जनपद में मुहिम “उदयन” चलायी हुयी है। जिसके तहत उनके द्वारा सभी क्षेत्राधिकारी/कोतवाली/ थाना प्रभारी एवं एस0ओ0जी0 की टीम को लगातार सक्रिय रहकर नशे के अवैध कारोबार पर कार्यवाही करने के कड़े निर्देश जारी किये हुये हैं, वर्तमान मे त्योहारी सीजन के चलते उनके द्वारा पुलिस को अलर्ट मोड पर रहते हुये संदिग्ध गतिविधियों की लगातार निगरानी के निर्देश दिये गये हैं। इसी कड़ी में पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन, प्रशान्त कुमार के निकट पर्यवेक्षण में मोरी में पुलिस ने अवैध नशे के खिलाफ बडी कार्रवाई की है।
थानाध्यक्ष मोरी, मोहन कठैत के नेतृत्व में मोरी पुलिस द्वारा सटीक जानकारी जुटाते हुये कल त्यूनी, मोताड़ को जाने वाले मार्ग के पास से अंतर्राजीय गैंग के 02 चरस तस्करों देवेन्द्र सिंह व ईश्वर सिंह को अल्टो कार नं0 HP-10B-3268 से 06 किलो 182 ग्राम अवैध चरस का परिवहन करते हुये गिरफ्तार किया गया।
बरामदगी व गिरफ्तारी के आधार पर अभियुक्तों के विरूद्ध थाना मोरी पर NDPS Act 8/20/60 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पुछताछ में अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि वह दीपावली के त्योहार में पुलिस की व्यस्थता का फायदा उठाकर चरस को मोरी क्षेत्र के गांवो से इकट्ठा कर रोहतक हरियाणा में अच्चे मुनाफे मे बेचने के लिये जा रहे थे। अभियुक्त देवेन्द्र पूर्व में भी थाना चिड़गाव, शिमला से एनडीपीएस एक्ट में जेल जा चुका है। अभियुक्तों के और अधिक आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। अभियुक्तों को न्यायालय से समक्ष प्रस्तुत कर जेल भेज दिया गया है।
SP उत्तरकाशी द्वारा बताया गया कि मुख्यमंत्री के ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन-2025 के अन्तर्गत 6 किलो 182 ग्राम चरस की बरामदगी, बहुत बडी मात्रा में चरस की बरामदगी हुयी है। पकड़े गये अन्तर्राजीय गैंग के तस्कर एक सोची समझी योजना बनाकर तस्करी करते हैं, तस्करों की अन्य राज्यों में भी संलिप्तता सामने आ रही है, जिसकी छानवीन की जा रही। नशे के अवैध कारोबार के विरुद्ध हमारी टीमें आगे भी लगातार सक्रिय रहेंगी, अवैध नशे के सौदागरों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा। चरस की रिकवरी करने वाली टीम की सराहना करते हुये उनके द्वारा टीम को 5000 रु0/ के पुरुस्कार से सम्मानित किया गया।