रामनगर में शिक्षक के निलंबन मामले ने पकड़ा तूल विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश मंत्री ने कहा शिक्षा के मंदिर को राजनीति का अखाड़ा ना बनाएं शिक्षक
आपको बता दें कि रामनगर में स्थित राजकीय इंटर कॉलेज में शुक्रवार के दिन विशेष समुदाय के बच्चों को नमाज पढ़ने के लिए दी गई छुट्टी का मामला अब स्कूल पकड़ता जा रहा है हालांकि इस मामले में अधिकारियों द्वारा शिक्षक को निलंबन करने की कार्रवाई की जा चुकी है तो वहीं इस कार्रवाई के विरोध में शिक्षक भी अब आंदोलन पर उतर गए हैं शिक्षकों ने इस मामले में निलंबन की कार्रवाई को वापस लेने के साथ ही विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री सूरज चौधरी की गिरफ्तारी की मांग किया इस मामले में गुरुवार को विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश मंत्री यशपाल राजहंस द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा गया कि जिस प्रकार से स्कूलों में बच्चों के साथ दोहरी नीति अपना कर नियमों की अनदेखी की जा रही है इसे सहन नहीं किया जाएगा उन्होंने कहा कि जब सरकार और अधिकारियों का ऐसा कोई आदेश नहीं है तो इस स्कूल में विशेष समुदाय के बच्चों को नमाज पढ़ने के लिए छुट्टी क्यों दी गई उन्होंने कहा कि यदि ऐसा है तो स्कूलों में पढ़ने वाले हमारे सनातनियों के बच्चों को भी मंगलवार को हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए छुट्टी दी जाए इसके लिए वह अब सरकार से मांग करेंगे तो वहीं उन्होंने विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ता सूरज चौधरी की गिरफ्तारी किए जाने की मांग को पूरी तरह गलत बताते हुए कहा कि यदि किसी भी क्षेत्र में सनातन विरोधियों गतिविधियां होंगी तो कार्यकर्ता इसका विरोध करेंगे और यदि कार्यकर्ता पर शिक्षकों ने जो आरोप लगाए हैं वह गलत है क्योंकि कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरे इस बात का सबूत है उन्होंने कहा कि हम शिक्षकों का सम्मान करते हैं लेकिन कुछ षड्यंत्रकारी लोग इस मामले को दूसरी दिशा में ले जाकर शिक्षकों को भड़काने का काम कर रहे हैं उन्होंने कहा कि वर्तमान में बोर्ड की परीक्षाएं संचालित होने वाली है ऐसे में इस प्रकार के कृत्य किया जाना बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा उन्होंने कहा कि स्कूल शिक्षा का मंदिर है इसलिए इसे राजनीतिक अखाड़ा ना बनाया जाए और इसके खिलाफ संगठन आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा।